कहा जाता है के जब तक आप प्रयास नही किया जाता है तब तक आप अपना हुनर और आत्मबल पता नही कर सकते। जो लोग प्रयास नही करते, रिस्क नही लेते उन्हें कभी सफलता नही मिलती।
इन्ही शब्दो को चरितार्थ किया है उत्तर प्रदेश कौशाम्बी जिले के प्रखर प्रताप ने। वो इंजीनियर है। लेकिन उन्होंने ने मछली पालन का कारोबार को चुना। घरवालो ने उन्हें मछली पालने से बहुत रोक लेकिन वो न माने। आज वो प्रतिमाह 10 लाख रुपये से ज्यादा कमा रहे है।
उन्होंने मीडिया को बताया के उनके पिता का सपना था के वो एक सिविल इंजीनियर बने। उनका परिवार पीढ़ियों से किसानी करते आया था लेकिन उनके पिता उन्हें किसानी से दूर रखे हुए थे।
प्रखर ने पढ़ाई के बाद एफएलसीएल, कोलकाता मेट्रो, एरा इंफ्रास्ट्रक्चर, सुपरटेक जैसे कंपनियों में नौकरी किया लेकिन उनका मन इसमे नही लगता था। उन्होंने ने नौकरी छोड़ घर को वापस आ गए मछली पालन के तरफ कदम बढ़ाया। वो जानते थे कि एक सफल मछली पालन में फायदे बहुत है लेकिन इसका व्यवसाय स्थापित करना आसान नहीं होगा। सबसे पहला मुसीबत उनके घर से ही आया जब उनके घर वालो ने उन्हें मना किया। उनके बहुत समझाने के बाद भी जब घर वाले नही माने तो उन्होंने घर वालो के खिलाफ जा कर अपना मछली पालन का व्यवसाय शुरू किया।
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पहले साल प्रखर को इसमे नुकसान हुआ लेकिन वो इस से सबक लेकर आगे बड़े। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मछली पालन विशेषज्ञों से इसकी जानकारी इकठ्ठा किया, इसके बारीकियों को सिख और फिर अपने व्यवसाय पे वापस लौट आये।
इसके बाद उनके व्यवसाय ने अच्छा परिणाम दिया और जल्द ही वो मासिक तौर पे 10लाख से ज्यादा की कमाई करने लगे। आज वो इस व्यवसाय से 40 लाख रुपये से ज्यादा की कमाई कर रहे है। यही नही व्व औरो को भी इसके लिये प्रेरित कर रहे और इसका ट्रेनिंग भी दे रहे है।
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